
देर रात 2 बजे शादी संपन्न हुई और फाइनली खाना पीना खाकर सभी फुर्सत हुए। विदाई होनी नही थी.... हां लेकिन अब ऑफिसियली लिली विशेश के कमरे में जाने वाली थी।
मेहमानो की विदाई के बाद सभी महिलाएं अंदर आई और उन्होंने गृह प्रवेश की तैयारी की। फिर थोड़ी देर बाद विषेश और लिली एंट्रेंस पर आए वहीं उनके पीछे आरजू, ट्यूलिप, विशेष और बाकी सभी भी थे। वहीं अंदर सामने शुभी हाथों में आरती की थाल लेकर खड़ी थी, और आभा ने पहले दरवाजे पर चावल से भरा कलश रखा और लिली को दाएं पैर से उसे गिराकर अंदर आना था लेकिन तभी आयत ने बीच में आकर रास्ता रोक लिया।




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