
कशिश की धमकी सुनकर रनविजय को ना चाहते हुए भी उसकी बात माननी पड़ी, और उसने अपने कदम कशिश के करीब बढ़ा दिए वही ये देखकर कशिश के चेहरे पर एक जीत भरी मुस्कराहट आ गई।
कशिश के करीब आकर भी रनविजय के नज़रे दूसरी तरफ थी, जो देख कशिश ने कहा___ "Ohh रन, ऐसे शरमाओगे तो खड़े खड़े ही सुबह हो जायेगी, तुम रुको एक मिनट।" कहते हुए कशिश अपने बेड की ओर गई और वहां पर रहे एक टेबल के ड्रॉर से उसने एक ब्लाइंडफोल्ड निकला और फिर चेहरे पर एक तिरछी स्माइल के साथ वह रनविजय के पीछे आई और उसने रनविजय की आंखों पर पट्टी बांध दी।




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